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Delhi News: Al Falah University का बयान  इन डॉक्टरों का हमारे विश्वविद्यालय से कोई संबंध नहीं”

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दिल्ली  Published by: Kunal , Date: 12/11/2025 04:38:30 pm Share:
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  • 12/11/2025 04:38:30 pm
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संक्षेप

दिल्ली: हरियाणा के फरीदाबाद जिले में स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी ने हाल-ही में दिल्ली के Red Fort के निकट हुए कार-विस्फोट के बाद सामने आए अस्पताल तथा यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टरों के नामों को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। 

विस्तार

दिल्ली: हरियाणा के फरीदाबाद जिले में स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी ने हाल-ही में दिल्ली के Red Fort के निकट हुए कार-विस्फोट के बाद सामने आए अस्पताल तथा यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टरों के नामों को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर Dr Bhupinder Kaur Anand ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि जिन डॉक्टरों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है, उनका विश्वविद्यालय के साथ संबंध सिर्फ “अधिकारी कार्य” (official capacity) तक सीमित है।  यूनिवर्सिटी ने कहा है कि यह घटना उन्हें अत्यंत दुःखद एवं चिंताजनक लगी है, और उन्होंने विस्फोट से प्रभावित लोगों व उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। कथित आरोपों को खारिज करते हुए यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट किया कि परिसर में किसी प्रकार के विस्फोटक या अवैध सामग्रियों का भंडार नहीं था। निवर्सिटी ने कहा है : “हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि उक्त व्यक्तियों (आरोपित डॉक्टरों) के साथ हमारा संबंध सिर्फ उनके विश्वविद्यालय-कर्मी के रूप में है, उससे आगे नहीं। साथ ही यह कहा गया कि “यूनिवर्सिटी परिसर में किसी भी प्रकार के रसायन, विस्फोटक या सामग्री का उपयोग, भंडारण या संचालन नहीं हुआ है। 


दिल्ली के रेड फोर्ट परिसर के पास हुए उस कार-विस्फोट में कई लोग मारे गए और इस मामले में एक जाल उखाड़ने का दावा किया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि विस्फोटक सामग्री (लगभग 2,900 किलोमीटर अमोनियम नाइट्रेट सहित) फरीदाबाद-अंचल में बरामद की गई है, जिसमें उक्त यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टरों का नाम आया है। आरोपों में शामिल डॉक्टरों की भूमिका, यूनिवर्सिटी के भीतर या बाहर नेटवर्क की जाँच करना अब एजेंसियों की जिम्मेदारी है। पाठ्य-संस्था की प्रतिष्ठा व भविष्य में प्रवेश-उम्मीदवारों के भरोसे पर यह घटना असर डाल सकती है। विश्वविद्यालय परिसर की सुरक्षा, बाहरी किराए-स्थानाओं की निगरानी तथा शिक्षक-भर्ती प्रक्रिया की समीक्षा अब आवश्यक मानी जा रही है। मीडिया एवं सामाजिक-मंचों पर जो कहानियाँ वायरल हो रही हैं, उन्हें विश्वविद्यालय ने “बेतुकी वअपमानजनक” कहा है और सावधानीपूर्वक पुष्टि किए बिना कोई टिप्पणी न करने का निवेदन किया है।