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Rahul Congress News: राहुल ने ब्राज़ीली मॉडल के फोटो से चुनावी ठगी का आरोप लगाया, 14 वोटरों की रहस्यमयी सूची

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दिल्ली  Published by: Kunal , Date: 06/11/2025 12:30:25 pm Share:
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  • 06/11/2025 12:30:25 pm
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संक्षेप

दिल्लीदिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनावों में बड़े पैमाने पर वोटर धोखाधड़ी की गंभीर आरोप‑प्रस्तुति की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि लगभग 25 लाख वोटर्स फर्जी पाये गए हैं,

विस्तार

दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनावों में बड़े पैमाने पर वोटर धोखाधड़ी की गंभीर आरोप‑प्रस्तुति की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि लगभग 25 लाख वोटर्स फर्जी पाये गए हैं, जिनमें से एक चौंकाने वाला उदाहरण यह है कि एक ब्राज़ीली मॉडल की फोटो १० मतदान बूथों में अलग‑अलग नामों से दर्ज थी। 
क्या आरोप है? गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हरियाणा के राय विधानसभा क्षेत्र में एक फोटो उसी महिला की कम‑से‑कम 22 बार, 10 विभिन्न बूथों में अलग‑अलग नामों “सेमा”, “स्वीटी”, “सरस्वती”, “विमा” आदि के अंतर्गत इस्तेमाल हुई।  उन्होंने इसे एक केंद्रीकृत ऑपरेशन बताया और कहा कि “यह सिर्फ बूथ‑स्तर की घटना नहीं, बल्कि नीति‑स्तर की साजिश है।” वैकल्पिक जानकारी व प्रतिकिया हालांकि, Election Commission of India ने गांधी के आरोपों को “बेसिसलेस” कहा है और बताया है कि इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है।  इसके अलावा, जिन मतदाताओं के नाम पर यह फोटो उदाहरण के रूप में पेश किया गया है, उनमें से एक महिला ने कहा है कि उन्होंने स्वयं वोट डाला था और फोटो की गलती उनके आईडी पर “प्रिंटिंग एरर” की वजह से हुई थी।  इसका क्या मायना है? यदि यह आरोप सही पाए गए, तो “एक आदमी‑एक वोट” के लोकतांत्रिक सिद्धांत को गहरा ठेस पहुँचेगी।

यह मामला वोटर लिस्ट की विश्वसनीयता, चुनाव आयोग की निगरानी व मतदाता पहचान प्रक्रिया की खामियों को उजागर करता है। विपक्ष ने इसे तुरंत #HFiles के अंतर्गत एक चुनावी धोखाधड़ी केस के रूप में लिया है, और आगामी विधानसभाओं में इसे सक्रिय जन‑विज्ञप्ति विषय बनाया है।  Scroll.in अगला कदम क्या रहेगा?
राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाएगी और वोटर लिस्ट का स्वतंत्र ऑडिट कराने की मांग कर रही है।  निर्वाचन आयोग और राज्य सरकारों को इस तरह की संभावित धोखाधड़ी की जांच कर डेटा साफ‑सफाई तथा सिस्टम बैकअप को मजबूत करना होगा। मतदाताओं को सलाह दी गई है कि वे अपनी वोटर आईडी की तस्वीर, नाम, बूथ नंबर और पंजीकरण स्थिति समय‑समय पर जाँचे।
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट हो जाता है कि हमारे चुनावी तंत्र में विश्वसनीयता, पारदर्शिता और प्रत्येक मतदाता की सशक्त भागीदारी आज सबसे बड़े प्रश्न बन चुके हैं।


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