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उत्तर प्रदेश: तहसील में मोंथा चक्रवात से फसल बर्बाद लेखपाल पर लापरवाही का आरोप, तत्काल निलंबन
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संक्षेप
उत्तर प्रदेश: तहसील गाजीपुर में मोंथा चक्रवात से फसल बर्बाद होने के बाद शासन के निर्देश पर फसलों के सर्वे में लापरवाही बरतना एक लेखपाल को भारी पड़ गया। सोमवार को फतेउल्लाहपुर क्षेत्र के
विस्तार
उत्तर प्रदेश: तहसील गाजीपुर में मोंथा चक्रवात से फसल बर्बाद होने के बाद शासन के निर्देश पर फसलों के सर्वे में लापरवाही बरतना एक लेखपाल को भारी पड़ गया। सोमवार को फतेउल्लाहपुर क्षेत्र के हरखूपुर गांव की महिला किसान लालती देवी अपने खेत की खराब धान की फसल लेकर तहसील मुख्यालय पहुंची और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रामेश्वर सुधाकर से न्याय की गुहार लगाई। महिला ने बताया कि उसकी पूरी फसल बर्बाद हो गई, लेकिन अब तक कोई लेखपाल या संबंधित अधिकारी सर्वे के लिए नहीं आया। महिला की व्यथा सुनने के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हलका लेखपाल धर्मेंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने तहसीलदार और संबंधित नायब तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने कहा कि "किसानों की समस्या और मानवता से जुड़े मामलों में लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शासन के निर्देश की अवहेलना करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।" बताते चलें कि हाल ही में आए मोंथा चक्रवात से किसानों की फसलें भारी नुकसान झेल चुकी हैं। जिलाधिकारी ने हर गांव में सर्वे कराकर क्षतिग्रस्त फसलों का आंकलन करने के आदेश दिए हैं, जिसे लेकर प्रशासन लगातार फॉलोअप कर रहा है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रामेश्वर सुधाकर खुद भी मैदान में उतरकर सर्वे की निगरानी कर रहे हैं, ताकि किसी किसान को मुआवजे से वंचित न रहना पड़े।
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