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New Born Found In Forest : नौकरी बचाने के डर से माता-पिता ने 4 दिन के बच्चे को जंगल में फेंका, दोनों शिक्षक गिरफ्तार

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मध्य प्रदेश,यशोदा   Published by: , Date: 04/10/2025 01:49:20 pm Share:
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संक्षेप

मध्य प्रदेश: जहां माँ को लोग भगवान का दर्जा देते है।

विस्तार

मध्य प्रदेश: जहां माँ को लोग भगवान का दर्जा देते है। वहीं कलयुग की एक ऐसी माँ जिसने अपने 4 दिन के बच्चे को जंगल में मरने के लिए छोड़ दिया। घर में बच्चे होने की खुशी हर किसी को होती है। एक माँ ने अपने बच्चे को नौ महीने कोख में रखने के बाद माँ और पिता ने अपने बच्चे को केवल इसलिए मरने के लिए छोड़ा ताकि उनकी नौकरी न चली जाए। "क्योंकि उनके पहले से तीन बच्चे थे और ये उनका चौथा बच्चा था। दरअसल ये घटना छिंदवाड़ा जिले से सामने आई है, जहां मां ने जन्म के चार दिन बाद ही अपने बच्चे को जंगल में मरने के लिए छोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक बच्चे के माता-पिता दोनों ही सरकारी स्कूल के टीचर हैं। महिला ने अपनी चौथी संतान को सितंबर के आखिरी दिनों में जन्म दिया। चार दिन बाद मां अपने बच्चे को रोड घाट में जंगल में ले गई और उसे पत्थरों के बीच दबा दिया। तभी कुछ समय बाद वहां से गुजर रहे बाइक सवार को सुनसान जंगल में बच्चे की रोने की आवाजें आई, जिसके बाद युवक ने आसपास के लोगों और पुलिस को सूचना दी और पुलिस आनन-फानन में बच्चे को अस्पताल लेकर पहुंची। महिला के पहले से जो तीन बच्चे है। उनकी उम्र आठ साल, छह साल और चार साल है। पुलिस ने आरोपी अभिभावक बबलू और राजकुमारी डंडोलिया को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला की दोनों ने अपनी नौकरी जाने के डर से ये करतूत की।  उन्हें डर था कि कहीं उनकी सरकारी नौकरी न छिन जाए। दोनों नांदवाड़ी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं। उन्हें आशंका थी कि सरकारी नियमों के कारण कहीं चौथे बच्चे के जन्म के बाद उन्हें सस्पेंड न कर दिया जाए या उन्हें नौकरी से बर्खास्त न कर दिया जाए। इसलिए 27 सितंबर को दोनों ने मिलकर बच्चे को पत्थर के नीचे दबा दिया और फरार हो गए।