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उत्तर प्रदेश: डॉक्टरों ने दी सलाह, गर्भनिरोधक के इस्तेमाल से एनीमिया का खतरा होता है कम
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संक्षेप
उत्तर प्रदेश: प्रसव के 6 महीने तक आयरन व फोलिक एसिड की खुराक लेने के साथ गर्भनिरोधक का इस्तेमाल भी जरूरी है.
विस्तार
उत्तर प्रदेश: प्रसव के 6 महीने तक आयरन व फोलिक एसिड की खुराक लेने के साथ गर्भनिरोधक का इस्तेमाल भी जरूरी है. गर्भनिरोधक के इस्तेमाल से एनीमिया का खतरा कम होता है यह जानकारी सोनभद्र जिले के दुद्धी निवासी डॉ. ऐमन बतौर प्रशिक्षु रामकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर भोपाल ने विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर शुक्रवार को मोबाइल फोन पर एनसीआर समाचार को अपनी जानकारी साझा की. डॉ. ऐमन ने बताया कि अनचाहे गर्भधारण को समाप्त करने या गर्भपात से खून की कमी हो जाती है. इससे हीमोग्लोबिन का स्तर और कम हो जाता है। उन्होंने बताया कि बार-बार गर्भधारण करने से न केवल महिला के शरीर पर बुरा असर पड़ता है बल्कि मातृ और शिशु मृत्यु का खतरा भी बढ़ जाता है. इन चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भनिरोधक विकल्पों की उपलब्धता सुनिश्चित की है.डॉ. ऐमन ने बताया कि दो बच्चों के बीच कम से कम 3 वर्ष का अंतराल रखना चाहिए. जिससे महिलाओं के शरीर में खून की कमी तथा अन्य बीमारी होने की संभावना कम रहती है।
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