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राजस्थान: कोटपूतली में चोरी के आरोपी पर क्विक एक्शन: 5 दिन में चालान, फास्ट ट्रैक ट्रायल में 2 साल की जेल
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संक्षेप
राजस्थान: जिले में अपराध नियंत्रण और त्वरित न्याय प्रणाली को लेकर एक नई मिसाल पेश की गई है। नवपदस्थापित जिला एवं सत्र न्यायाधीश रवि शर्मा व जिला पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार बि
विस्तार
राजस्थान: जिले में अपराध नियंत्रण और त्वरित न्याय प्रणाली को लेकर एक नई मिसाल पेश की गई है। नवपदस्थापित जिला एवं सत्र न्यायाधीश रवि शर्मा व जिला पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार बिश्नोई के बीच हुई हालिया बैठक के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। बैठक में न्यायाधीश ने सुझाव दिया था कि चोरी के मामलों में चार्जशीट के साथ ही मुल्जिम को पेश किया जायें, ताकि त्वरित विचारण फास्ट ट्रैक ट्रायल के जरिये अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जा सके। मात्र 05 दिन के भीतर ट्रायल पूरा, मुल्जिम को 02 साल की जेल :- एएसपी नाजिम अली खान ने बताया कि थाना पनियाला में दर्ज चोरी के एक प्रकरण में पुलिस और न्यायालय ने अद्भुत सक्रियता दिखाई। ग्राम गोनेड़ा निवासी ख्यालीराम की मोटरसाईकिल नं. RJ 32 SF 3519 चोरी करने के आरोपी बिल्लू उर्फ सतवीर को पनियाला थाना पुलिस ने 14 दिसंबर 2025 को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने त्वरित अनुसंधान करते हुये मात्र 05 दिन के भीतर 19 दिसंबर को न्यायालय में आरोप पत्र पेश कर दिया। न्यायालय ने 20 दिसंबर को आरोप तय किये और 22 दिसंबर से गवाही शुरू कर 24 दिसंबर को अपना फैसला सुना दिया। एसीजेएम सिमरन कौर ने सुनाया फैसला, लगा जुर्माना :- एसीजेएम क्रम 01 सिमरन कौर ने त्वरित सुनवाई करते हुये अभियुक्त बिल्लू उर्फ सतवीर निवासी पचेरी कला झुंझुनू को दोषी करार दिया। न्यायालय ने अपने निर्णय में अभियुक्त को 02 वर्ष के साधारण कारावास और 05 हजार रुपये के जुर्माने से दंडित किया। जुर्माना अदा नहीं करने पर मुल्जिम को एक माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। नवीन कानून और इलैक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की अहम भूमिका इस प्रकरण की सफलता में नये आपराधिक कानून (बीएनएस) के प्रावधानों का प्रभावी उपयोग किया गया। हैड कांस्टेबल देवेन्द्र कुमार ने अनुसंधान के दौरान इलैक्ट्रॉनिक साक्ष्यों का संकलन किया, जिसकी न्यायालय ने भी सराहना की। आधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर तैयार की गई मजबूत चार्जशीट ने अपराधी को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एसपी बिश्नोई ने स्पष्ट किया है कि जिले में अब चोरों और अपराधियों के खिलाफ पुलिस, अभियोजन और न्यायपालिका एक संयुक्त रणनीति के तहत कार्य कर रहे हैं। इस मामले में मिली त्वरित सफलता ने यह साफ कर दिया है कि जिले में अब चोरी के प्रकरणों में आरोपियों को शीघ्र दस्तयाब कर जल्द से जल्द सजा दिलवाकर जेल भेजने की प्रक्रिया जारी रहेगी।
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